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This Article is From Apr 10, 2018

सावधान, स्‍कि‍न डैमेज कर सकती है महंगी क्रीम, इन 4 बातों का रखें ध्यान

अक्‍सर बाजार जाकर जब हम कोई भी ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट खरीदते हैं, तो अक्‍सर ये सोच लेते हैं कि महंगी क्रीम्‍स त्‍वचा के लिए अच्‍छी होती हैं, लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है.

सावधान, स्‍कि‍न डैमेज कर सकती है महंगी क्रीम, इन 4 बातों का रखें ध्यान
आए दिन बाजार में नए-नए स्‍क‍िन प्रोडक्‍ट आ रहे हैं. कोई रंग गौरा करने का दावा करती है, तो कोई इसे नमी देने का. महिलाएं हों या पुरुष, हम सभी रोजमर्रा के जीवन में अलग-अलग क्रिम इस्‍तेमाल में लेते हैं. अक्‍सर बाजार जाकर जब हम कोई भी ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट खरीदते हैं, तो अक्‍सर ये सोच लेते हैं कि महंगी क्रीम्‍स त्‍वचा के लिए अच्‍छी होती हैं, लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है. अक्‍सर बड़ी दुकान के पकवान भी फीके होते हैं. इसलिए जरूरी है कि आप क्रीम खरीदते समय कुछ खास बातों का ध्‍यान रखें... 

स्टेरॉइड
आपकी स्किन पर जल्दी अपना असर दिखाने के लिए लगभग सभी क्रीम में स्टेरॉइड मौजूद होता है. लेकिन यही पदार्थ आपके चेहरे पर हमेशा के लिए स्कार्स, पिंपल्स, एलर्जी और दाग-धब्बों की वजह भी बनता है. डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. शैली कपूर का कहना है कि स्टेरॉइड के कई साइड इफेक्ट्स हैं. यह आपकी स्किन की ऊपरी लेयर को पतला बनाता है जिससे फेशियल हेयर ज्यादा आते हैं. और यह, स्टेरॉइड खासकर फेयरनेस क्रीम में पाया जाता है. 

प्रेजर्वेटिव
डॉ. कपूर का कहना है कि क्रीम से होने वाले खतरनाक रिएक्शन उसमें मौजूद प्रेजर्वेटिव की वजह से होते हैं. क्योंकि इनमें पैराबेन मौजूद होता है, जिससे स्किन पर लाल धब्बे, खुजली और एलर्जी होती है. पैराबेन काफी सस्ता और आसानी से मिल जाता है, इसी वजह से यह कई सस्ती क्रीमों में मौजूद होता है. इसीलिए हमेशा पैराबेन फ्री क्रीम का इस्तेमाल करें. जो भी क्रीम पैराबेन फ्री होगी, उसके पैकेट पर जरूर लिखा होगा. 

खुशबू
क्रीम में मिलाई जाने वाली खूशबू बेशक आपको बहुत अट्रैक्ट करे लेकिन यह आपकी स्किन के लिए अच्छा नहीं. डॉ. कपूर कहती हैं कि उन क्रीम का इस्तेमाल करें जिस पर 'हाइपो एलर्जिक' लिखा हो. इसके साथ ही फ्रेगरेंस-फ्री क्रीम या प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें. क्योंकि इससे स्किन की अंदरूनी लेयर डैमेज हो सकती है, जिससे त्वचा को कई तरीके से नुकसान हो सकते हैं. 

हाइड्रोक्यूनॉन
स्किन की रंगन निखारने के लिए क्रीम में ब्लीच का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन ऐसे प्रोडक्ट्स के लंबे इस्तेमाल से स्किन काली पड़ने लगती है. इसी वजह से जापान, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में ब्लीचिंग एजेंट मिली क्रीम बैन हैं. स्किन बहुत सेंसिटिव होती है इसीलिए हमेशा अच्छे से जांच परख के अपने लिए प्रोडक्ट्स चुनें. 

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