अगर आपके घर की दीवारों पर भी सीलन हो तो सावधान हो जाइए. क्योंकि ये ना सिर्फ घर की सुंदरता खराब करती हैं बल्कि आपको भी बीमार बना रही हैं. इस सीलन से अस्थमा जैसी स्वास सम्बंधी गम्भीर बीमारी हो सकती है. इसीलिए घर चाहें नया हो या पुराना, उसे सीलन से बचाना जरूरी है और इसके लिए वाटरप्रूफिंग कराना अनिवार्य होता है. इससे सभी प्रकार की सीलन से बचा जा सकता है और साथ ही बचा जा सकता है अस्थमा से.
यहां जाने कि वाटरप्रफिंग कहां-कहां करवाई जानी चाहिए जिससे सीलन और अस्थमा, दोनों से परिवार को बचाया जा सके.
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वाटरप्रूफिंग कहां की जाए?
कुछ नए घरों में बेसिक वाटरप्रूफिंग की जाती है, लेकिन यह सिर्फ छतों तक सीमित होती है. लेकिन अपने घर को ह्यए 5-प्वाइंट लीक-फ्री बनाने के लिए जरूरी है कि घर के उन सभी हिस्सों में वाटरप्रूफिंग कराई जाए, जहां से पानी के घुसने की आशंका हो. ह्यए 5-प्वाइंट लीक-फ्री होमह्य का अर्थ है कि सिर्फ छत पर ही वाटरप्रूफिंग नहीं हो, बल्कि अंदरूनी गीले हिस्सों जैसे बाथरूम, किचन और बॉलकनी, बाहरी दीवारों, कंक्रीट वाटर टैंक और तल के निचले हिस्से में भी वाटरप्रूफिंग कराई जाए.
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यह समझना महत्वपूर्ण है कि विभिन्न सतहों को विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए इन सतहों में से प्रत्येक को जलरोधक बनाने के लिए अपनी श्रेणी के सर्वोत्तम समाधान का इस्तेमाल करना चाहिए. घर पूरी तरह से संरक्षित तभी होगा जब सभी पांच संभव जल प्रवेश क्षेत्रों में ठीक से वाटरप्रूफिंग कराई जाए. ये पांच सतह महत्वपूर्ण हैं और इसके कुछ कारण हैं, जो इस प्रकार हैं :
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1. जमीन के नीचे
सतह का पानी समय की अवधि में बढ़ता जाता है और आपके घर में प्रवेश कर सकता है, यह आंतरिक दीवारों को नुकसान पहुंचाता है.
2. आंतरिक गीले क्षेत्र (स्नानघर, रसोई और बालकनी)
ये क्षेत्र 365 दिनों तक यानी लगातार पानी के संपर्क में आते हैं, जिससे आंतरिक दीवारों पर पेंट खराब हो जाता है और पपडी देने लगता है.
3. छत
तापमान में होने वाले परिवर्तन के साथ ही छत की सतह में भी बदलाव होता है, जिससे आपकी सुंदर छत पर पानी का रिसाव होने लगता है और इससे पूरे घर में नमी आती है.
4. कंक्रीट वाटर टैंक
दरारों के गठन के कारण ये पानी के टैंक सतह के माध्यम से रिसाव का कारण बनते हैं. इसलिए इस क्षेत्र की सही ढंग से वाटरप्रूफिंग करना महत्वपूर्ण है.
5. बाहरी दीवारें
तापमान में परिवर्तन के कारण बाहरी दीवारों में दरारें पैदा होने लगती है, जिससे नमी आने लगती है और इसलिए आपके घर का लुक भी बिगड़ने लगता है.
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